कैबिनेट ने सार्वजनिक सेक्टर के बैंकों के एकीकरण को मंज़ूरी दी

March 6, 2020

केन्द्रीय कैबिनेट ने सार्वजनिक सेक्टर के बैंकों का एकीकरण (Amalgamation) 4 बैंकों में करने के लिए मंज़ूरी दे दी है। इस एकीकरण के बाद सार्वजनिक सेक्टर के बैंकों की संख्या 12 रह जाएगी। यह एकीकरण 1 अप्रैल, 2020 से लागू हो जाएगा।

मुख्य बिंदु

ओरिएण्टल बैंक ऑफ़ कॉमर्स तथा यूनाइटेड बैंक का एकीकरण पंजाब नेशनल बैंक के साथ किया जायेगा। सिंडिकेट बैंक का एकीकरण  केनरा बैंक के साथ किया जाएगा। आंध्र बैंक तथा कारपोरेशन बैंक का एकीकरण  यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया के साथ किया जायेगा। इलाहबाद बैंक का एकीकरण इंडियन बैंक के साथ किया जाएगा।

बैंक ऑफ़ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक, बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र तथा पंजाब एंड सिंध बैंक मौजूदा स्वरुप में कार्य करते रहेंगे।

लाभ

इस एकीकरण से कमजोर प्रदर्शन वाले बैंकों को लागत लाभ प्राप्त करने मदद मिलेगी। इसके साथ प्रत्येक एकीकृत बैंक के पास 8 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होगा। इससे बैंकों को भारत तथा विश्व स्तर पर अन्य बैंकों के साथ प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिलेगी।

एकीकरण, विलय से किस प्रकार अलग है? (How is Amalgamation Different from Merger?)

विलय वह प्रक्रिया है  जिसमे दो या दो से अधिक व्यावसायिक संस्थाएँ मिलकर एक नई इकाई बनाती हैं। दूसरी ओर, एकीकरण में एक व्यावसायिक इकाई एक या  इससे अधिक व्यावसायिक संस्थाओं का अधिग्रहण करती है।