विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग ने एंटी-माइक्रोबियल कोटिंग प्रौद्योगिकी को मंज़ूरी दी

April 15, 2020

विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग ने हाल ही में जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च (JNCASR) द्वारा विकसित एंटी-माइक्रोबियल कोटिंग को मंजूरी दी है।

एंटी माइक्रोबियल कोटिंग क्या है?

एंटी-माइक्रोबियल कोटिंग को कपड़ा, प्लास्टिक आदि जैसी सतहों में लगाया जा सकता है। यह कोटिंग रोगाणुओं को नष्ट कर देती है जब वे इसके संपर्क में आते हैं। इसमें फंगस, बैक्टीरिया, वायरस जैसे इन्फ्लूएंजा वायरस, COVID-19, आदि शामिल हैं।

महत्व

इस कोटिंग का उपयोग हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट) जैसे गाउन, फेस शील्ड, दस्ताने में किया जायेगा।

लाभ

प्रौद्योगिकी के माध्यम से विकसित यौगिक प्लास्टिक, वस्त्र, पीवीसी, पॉलीस्टायरीन, पॉलीयुरेथेन जैसे कई सॉल्वैंट्स में घुलनशील है। यह यौगिक के उपयोग को आसान बनाता है। कोटिंग संपर्क के 30 मिनट के भीतर रोगाणुओं को नष्ट कर देता है।