स्टडी मटेरियल

राइबोसोम (Ribosome)

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जालिका की झिल्लियों की सतह पर सटे होते हैं या फिर अकेले या गुच्छों में कोशिकाद्रव्य में बिखरे रहते हैं। ऐसे राइबोसोम जो गुच्छों में मिलते हैं, पॉली राइबोसोम (Polyribosome) या पॉलीसोम (Polysome) कहलाते हैं। ये रचनाएँ प्रोटीन और आर.एन.ए. (RNA) की बनी होती हैं। राइबोसोम प्रोटीन संश्लेषण में भाग लेता है। यह एक झिल्ली विहीन कोशिकांग है जो सभी कोशिकाओं (सार्वभौमिक कोशिकांग) में पाया जाता है।

जॉर्ज Palade द्वारा सबसे पहले देखा गया। यह परिपक्व आरबीसी (Mature RBC) में मौजूद नहीं होता हैं तथा यह आकार में सबसे छोटा कोशिकांग है। इसका आकार 15-20nm होता है। रीबोफोरिन प्रोटिन की मदद से RER (खुरदरी अन्तःप्रद्रव्यी जालिका) पर पर उपस्थित होता है। ये कोशिका के न्यूक्लियोलस (केन्द्रिक) में भी पाए जाते है एवं सभी कोशिका के कोशिका द्रव्य में भी पाये हैं।

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राइबोसोम की विशेषताए-

  1. झिल्ली विहीन (Membraneless) होते हैं।
  2. गोलाकार (spherical) होते हैं।
  3. सबसे छोटा कोशिकांग है।
  4. इनका व्यास 150- 250 Å होता है
  5. यह राइबोप्रोटीन तथा mRNAके बने होते हैं।
  6. यह कोशिका द्रव्य, माइटोकॉन्ड्रिया, केंद्रक, अन्तः प्रदव्ययी जलिका, हरितलवक में पाए जाते है।
  7. इनके आकार का निर्धारण अवसादन गुणांक (Sedimentation coefficient) के आधार पर किया जाता है।

राइबोसोम के प्रकार –

1. प्रोकेरीयोट (Prokaryotic Ribosome) 

प्रोकेरियोट में राइबोसोम 70s प्रकार के होते है। जो 50s और 30s उपइकाई के बने हुए होते हैं।

2. युकेरीयोट  (Eukaryotic Ribosome)

युकेरियोट में राइबोसोम 80s प्रकार के होते है। 60s और 40s उपइकाई के बने हुए होते हैं।

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4. हरितलवक राइबो सोम (Chloroplast Ribosome)

यह 70s प्रकार के जो 50s और 30s उपइकाई के बने हुए होते है।

5. माइटोकांड्रिया राइबो सोम (Mitochondrial Ribosome)

यह 70s प्रकार के जो 50s और 30s उपइकाई के बने हुए होते है।

राइबोसोम की संरचना (Structure of Ribosome)

अवसादन इकाई के अनुसार, राइबोसोमकी दो उपइकाई होती हैं जिसमे इसकी बड़ी उपइकाई का आकर गुंबद के जैसा और छोटी उपइकाई का आकर अंडाकार होता है।

इसकी बड़ी उपइकाई में तीन स्थल (साइट) होते हैं-

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  1. ए-स्थल (A-Site): – यह अमीनोएसिल स्थल तथा टी-आरएनए के लिए ग्राही स्थल होता है।
  2. पी-स्थल (P-Site): – यह पेप्टाइडल साइट, पेप्टाइड श्रंखला के दीर्घीकरण के लिए स्थल होता है।
  3. ई-स्थल (E-Site): – यह टी-आरएनए के लिए राइबोसोम से बाहर निकलने के लिए स्थल होता है।

इसकी उपइकाईयाँ राइबोप्रोटीन और आर-आरएनए द्वारा बनी होती है। जो निम्न प्रकार की होती है-

  1. 50s उपइकाई – 34% प्रोटीन + 23 एस और 5 एस आर-आरएनए
  2. 30s उपइकाई – 21% प्रोटीन + 16 एस आर-आरएनए
  3. 60s उपइकाई – 40% प्रोटीन + 28 एस, 5.8 एस और 5 एस आर-आरएनए
  4. 40s उपइकाई 33% प्रोटीन + 18 एस आरआरएनए

Ribosome का निर्माण न्यूक्लियोलस (केन्द्रिक) में 40-60% प्रोटीन और 60-40% आरएनए द्वारा होता है। न्यूक्लियोलस को राइबोसोमल उत्पादक फैक्टरी (Ribosomal Manufactring Factory) माना जाता है।

राइबोसोम के कार्य (Functions of Ribosome)

1. ट्रांसलेशन –

प्रोटीन के निर्माण की प्रक्रिया ट्रांसलेशन या अनुवादन (Translation) कहलाती है। यह प्रोटीन संश्लेषण (Protein Synthesis) में हिस्सा लेता है, इसलिए इसे सेल के इंजन या प्रोटीन फैक्ट्री के रूप में जाना जाता है। इस को कोशिका का प्रोटीन कारखाना (Protein Factory of the Cell) कहा जाता है

2. पॉलीराइबोसोम –

प्रोटीन संश्लेषण (Protein Synthesis)के दौरान कई Ribosome एम-आरएनए से जुड़कर एक सरंचना बनाता है, जिसे पॉलीराइबोसोम या पोलीसीम कहा जाता है।

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