भारत की ज्यादातर झीलें उत्तर के पर्वतीय पर्वतीय प्रदेशों में ही सीमित हैं. समुद्र तटीय क्षेत्रों में भी कुछ महत्त्वपूर्ण झीलें स्थित हैं. लेकिन मैदानी भाग में झीलों इनकी कमी है। कई झीलें प्राकृतिक है तो कई झीलें मानव निर्मित है। प्राकृतिक झीलों को उनके बनाने के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है जो इस प्रकार है –
# | झील | स्थान | व्याख्या |
1. | वूलर झील | जम्मू-कश्मीर | भारत की मीठे पानी की सबसे बड़ी झील |
2. | डल झील | जम्मू-कश्मीर | हिमानी निर्मित ताजे जल की झील |
3. | जयसमंद झील/ढेबर झील | उदयपुर – राजस्थान | राजस्थान की मीठे पानी की सबसे बड़ी कृत्रिम झील |
4. | चिल्का झील | ओडिसा | भारत की सबसे बड़ी लैगून झील,खारे पानी की झील |
5. | सांभर झील | राजस्थान | खारे पानी की आन्तरिक सबसे बड़ी झील है |
6. | पंचभद्रा झील | बाड़मेर – राजस्थान | नमक में 98 प्रतिषत मात्रा सोडियम क्लोराइड |
7. | अष्टमुदी झील | केरल | रामसर समझौते द्वारा इसे अंतर्राष्ट्रीय महत्व की आर्द्र भूमि घोषित किया गया है |
8. | चो-ल्हामु झील | सिक्किम | 18,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, भारत की सबसे ऊंची झील |
9. | नैनीताल झील | उत्तराखंड | मीठे पानी की झील |