3 अप्रैल, 2020 को सेना चिकित्सा कोर का स्थापना दिवस मनाया गया।
आदर्श वाक्य: “सर्वे संतू निरामया”
“सर्वे संतु निरामयाः” का अर्थ है “सभी मनुष्यों का अक्षमताओं और बीमारियों से मुक्त होना”।
सेना मेडिकल कोर सशस्त्र कर्मियों के लिए अलगाव, स्क्रीनिंग और उपचार सुविधाओं की स्थापना में सक्रिय रूप से शामिल रही है। मौजूदा COVID-19 संकट में भी ऐसा किया जा रहा है। वे अपनी गुणवत्ता रोगी देखभाल के लिए जाने जाते हैं।
सेना चिकित्सा कोर सेना के जवानों तथा उनके परिवारों को चिकित्सा सेवाएं प्रदान करते हैं। भारतीय चिकित्सा सेवा, भारतीय अस्पताल व नर्सिंग कोर और भारतीय चिकित्सा विभाग को सम्मिलित करते हुए 1943 में आर्मी मेडिकल कोर की स्थापना की गई। 1918 तक, भारतीय सैनिकों के पास अलग से अस्पताल की सुविधा नहीं थी।
भारतीय चिकित्सा सेवा, सेना चिकित्सा कोर का प्रमुख योगदानकर्ता था। इसका गठन 1612 में हुआ था जब ईस्ट इंडिया कंपनी का गठन किया गया था। 1912 में सेवा का भारतीयकरण शुरू हुआ। तब तक केवल ब्रिटिश डॉक्टरों और सर्जनों की नियुक्ति की जाती थी और ब्रिटिश कर्मियों को प्राथमिकता दी जाती थी।
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