हाल ही में भारत सरकार ने COVID-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए 5 अनुसंधान परियोजनाएं शुरू कीं। भारत सरकार ने बहुत स्पष्ट किया है कि वर्तमान में पहली प्राथमिकता इस रोग के प्रसार को कम करना है। इन परियोजनाओं की देखरेख विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा की जायेगी।
इस प्रोजेक्ट के द्वारा वायरस के लिए मेटाबोलाइट बायोमार्कर सिग्नेचर की खोज की जायेगी। यह मार्कर कोशिकाओं की गतिविधियों या वायरस से संक्रमित जीव को पकड़ने में मदद करेंगे। यह जानकारी संभावित दवा विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
दूसरी परियोजना में विषाणुनाशक कोटिंग को विकसित किया जाएगा, जिसका उपयोग सर्जिकल मास्क में किया जाएगा, जो अत्यधिक संक्रामक वायरस जैसे कि SARS, COVID-19 आदि के प्रसार को रोकते हैं।
तीसरी परियोजना में इन्फ्लूएंजा वायरस से होने वाले संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए एंटीवायरल सतही कोटिंग विकसित की जायेगी। इसका उद्देश्य पॉलिमर यौगिकों को विकसित करना है जो सतहों पर लेपित किये जायेंगे और वायरस के संपर्क में आने पर यह वायरस को नष्ट कर देंगे।
चौथी परियोजना का उद्देश्य एक ऐसी सामग्री विकसित करना है जिसे किसी सतह पर लगाने से वायरस और बैक्टीरिया नष्ट हो जायेंगे।
पांचवीं परियोजना का उद्देश्य COVID -19 के एंटीबॉडी-बेस्ड कैप्चर को विकसित करना और लिपिड बेस्ड जेल का उपयोग करके इसे निष्क्रिय करना है।
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