9 अप्रैल, 2020 को CSIR (वैज्ञानिक व औद्योगिक अनुसन्धान परिषद्) ने बड़े पैमाने पर विनिर्माण प्रौद्योगिकियों (हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर) को विकसित करने के लिए भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के साथ समझौता किया। इन प्रौद्योगिकियों को चिकित्सा उपकरणों के उत्पादन पर फोकस किया जाएगा। निर्माण के बाद की इन प्रौद्योगिकियों को कंपनियों को मुफ्त में हस्तांतरित किया जायेगा।
बड़े पैमाने पर निर्माण की तर्ज पर इस टाई अप ने अपने दो हालिया नवाचारों के माध्यम से COVID-19 को कम करने में मदद की है। वे नवाचार हैं : डिजिटल आईआर थर्मामीटर और ऑक्सीजन संवर्धन इकाई।
डिजिटल इन्फ्रा-रेड थर्मामीटर अब ‘ओपन सोर्स’ के रूप में उपलब्ध है। इस थर्मामीटर का डिजाइन, इसके बड़े पैमाने पर विनिर्माण के सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर को पूरे भारत में मुफ्त में उपलब्ध कराया गया है।
COVID-19 रोगियों की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता उनकी ऑक्सीजन की आवश्यकता है। इस टाई-अप ने ऑक्सीजन संवर्धन इकाइयों का विकास किया है जो हवा में ऑक्सीजन की एकाग्रता को 38% से 40% तक बढ़ाने में सक्षम है। इन इकाइयों को बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली प्रौद्योगिकियां भी बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू करने के लिए निर्माताओं के लिए मुफ्त में उपलब्ध हैं।
फ्रांस में 14 जुलाई को फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है…
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (IIT मद्रास) के शोधकर्ताओं द्वारा ‘PIVOT’ नामक एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-बेस्ड उपकरण…
प्राकृतिक खेती सम्मेलन 10 जुलाई, 2022 को आयोजित किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल…
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 6 जुलाई, 2022 को निर्माण श्रमिकों को उनकी क्षमताओं…
विश्व शांति मंच 2022 के दसवें संस्करण का आयोजन बीजिंग में सिंघुआ विश्वविद्यालय द्वारा किया…
संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिवर्ष विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन…