1 अप्रैल, 2020 को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने बताया कि देश में COVID-19 की तीन अर्ध उप-प्रजातियां प्रचलन में हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के अनुसार यह प्रजातियाँ अन्य देशों से भारत में आई हैं।
भारत में COVID-19 मामले यात्रा इतिहास वाले लोगों से उत्पन्न हुए हैं। इसलिए यह वायरस भारत के बाहर से आया है। अब तक इस बात की पुष्टि नही हो पायी है कि विश्व के अन्य हिस्सों में यह वायरस कैसे व्यवहार कर रहा है। हालाँकि, ICMR ने इस बात की पुष्टि की है कि भारत में यह वायरस देश के बाह्य, जैविक कारकों तथा देश में रहने वाले लोगों के कारण भिन्न रूप ले चुका है। वर्तमान में देश में इस वायरस के तीन प्रकार हैं।
भारत में इस वायरस के प्रसार का क्षेत्र व्यापक है, इसलिए COVID-19 की प्रगति की प्रवृत्ति की भविष्यवाणी करना बहुत मुश्किल है। आईसीएमआर के अनुसार, वर्तमान में अन्य देशों के साथ वायरस की प्रगति की तुलना करना संभव नहीं है।
भारत में अब तक 42,788 नमूनों का परीक्षण किया गया है। यह देश की क्षमता का केवल 36% है। भारत एक महीने में स्वदेशी किट बनाने पर कार्य कर रहा है, इस एबाद परीक्षण की दर भी बढ़ाई जायेगी।
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