14 अप्रैल, 2020 को ICMR (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) ने उत्तर प्रदेश राज्य को COVID -19 का पूल परीक्षण शुरू करने की अनुमति दे दी। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश पूल टेस्टिंग शुरू करने वाला पहला राज्य बन गया है।
परीक्षण की संख्या बढ़ाने के लिए राज्य में पूल परीक्षण किया जा रहा है। राज्य में कोरोनावायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 558 हो गई है। इसलिए पूल परीक्षण को अपनाया गया है। 558 मामलों में से 307 मामले तब्लीगी जमात से सम्बंधित हैं।
पूल परीक्षण के तहत अगर COVID-19 परीक्षण के 10 नमूने नकारात्मक आते हैं, तो यह एक संकेतक है कि सभी नमूने नकारात्मक परीक्षण हैं। दूसरी ओर, यदि परीक्षण किए गए नमूने नकारात्मक नहीं हैं, तो व्यक्तिगत परीक्षण किया जाएगा। पूल परीक्षण के तहत, नमूनों को मिश्रित और परीक्षण किया जाएगा।
पूल परीक्षण एक राज्य की परीक्षण क्षमता को बढ़ाता है। यह विधि परीक्षण प्रक्रिया में तेजी लाएगी।
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