27 फरवरी, 2020 को म्यांमार के राष्ट्रपति यू विन मिंट ने भारत की यात्रा पर आये। उनकी इस यात्रा के दौरान, भारत और म्यांमार ने विभिन्न क्षेत्रों में 10 ज्ञापन समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
इस यात्रा के दौरान तस्करी के शिकार लोगों के प्रत्यावर्तन, त्वरित प्रभाव परियोजनाओं, राखीन राज्य के विकास आदि समझौतों पर हस्ताक्षर किए गये। इसके अलावा स्कूलों, सड़कों, जल आपूर्ति प्रणालियों और सौर ऊर्जा प्रणालियों के निर्माण पर भी ज्ञापन समझौते पर हस्ताक्षर किये गये।
म्यांमार का राखीन राज्य में बौद्ध समुदाय और रोहिंग्या समुदाय के बीच संघर्ष चल रहा है। यह संघर्ष द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान शुरू हुआ था। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान रोहिंग्या मुसलमानों ने एक अलग मुस्लिम राज्य के बदले में राखीन के बौद्धों के खिलाफ अंग्रेजों के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी थी। वर्तमान में म्यांमार सरकार को संयुक्त राष्ट्र सहित अंतर्राष्ट्रीय निंदा का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि भारत, म्यांमार में सितवे बंदरगाह के निर्माण में म्यांमार सरकार के साथ कार्य कर रहा है। यह बंदरगाह राखीन राज्य में स्थित है। यह बंदरगाह कलादान मल्टी मॉडल ट्रांजिट प्रोजेक्ट का हिस्सा भी है।
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