गिनीज़ वर्ल्ड रिकार्ड्स के नवीनतम संस्करण के अनुसार उत्तर प्रदेश का कानपूर शहर विश्व का सबसे अधिक प्रदूषित शहर है। इसका प्रकाशन प्रतिवर्ष पेंगुइन रैंडम हाउस द्वारा किया जाता है। इस वर्ष इस पुस्तक में भारतीयों द्वारा 80 रिकॉर्ड बनाये गये हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के विश्लेषण के मुताबिक कानपूर विश्व का सबसे प्रदूषित शहर है, 2016 में यहाँ पर PM 2.5 का स्तर 173 माइक्रोग्राम/घन मीटर है। PM 2.5 का यह स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित अधिकतम स्तर 10 माइक्रोग्राम/घन मीटर से 17 गुणा अधिक है।
पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) में जीवाश्म ईंधनों का सर्वाधिक योगदान होता है वायु प्रदूषण का मुख्य कारण जीवाश्म ईंधनों का अनियंत्रित दहन है। डीज़ल से चलने वाले सार्वजनिक परिवहन, वाहन तथा शक्ति संयंत्र वायु प्रदूषण के एक अन्य प्रमुख कारण होते हैं। पार्टिकुलेट मैटर कण का व्यास 2.5 माइक्रोमीटर से कम होता है। पार्टिकुलेट मैटर काफी महीन कण होते हैं, ज्यादा समय तक इसके प्रभाव में रहने से कैंसर, ह्रदय तथा फेफड़ों के रोग हो सकते हैं।
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