भारतीय परमाणु उर्जा आयोग के अनुसंधानकर्ताओं ने मंड्या में 14,100 टन के लिथियम भंडार की खोज की है। मंड्या, कर्नाटक में बंगलुरु से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित है। लिथियम एक दुर्लभ धातु है, इसका उपयोग मुख्य रूप से विद्युत् वाहनों की बैटरी के निर्माण के लिए किया जाता है।
भारत में खोजा गया लिथियम का यह भंडार विश्व के अग्रणी लिथियम उत्पादकों के मुकाबले बहुत कम है। चिली 8.6 मिलियन टन, ऑस्ट्रेलिया 2.8 मिलियन टन तथा अर्जेंटीना 1.7 मिलियन टन का लिथियम उत्पादन करता है।
2019 में भारत ने 1.2 अरब डॉलर की लिथियम बैटरी का आयात किया, इसमें काफी वृद्धि हुई है। 2017 में भारत ने 384 मिलियन डॉलर मूल्य की लिथियम बैटरी का आयात किया था।
भारत में लिथियम के भंडार बहुत कम हैं और वे भी भिन्न-भिन्न स्थानों पर हैं। इन भंडारों की सहायता से देश में स्वच्छ उर्जा की ओर कदम उठाया जा सकता है। भारत को विद्युत् वाहन निर्माण का हब बनाने के लिए 1.4 अरब डॉलर की योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
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