अमेरिका, चीन को पछाड़ कर भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन गया है। 2013-14 से लेकर 2017-18 तक चीन भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था।
वाणिज्य मंत्रालय के डाटा के अनुसार वित्त वर्ष 2018-19 में भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगभग 88 अरब डॉलर रहा। इसी अवधि में जबकि चीन के साथ भारत का द्विपक्षीय व्यापार 87.1 अरब डॉलर रहा। इसके अलावा अप्रैल-दिसम्बर, 2019-20 में भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार 68 अरब डॉलर रहा, जबकि भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय व्यापार 65 अरब डॉलर रहा।
अमेरिका उन चुनिन्दा देशों में से एक है जिनके साथ भारत का व्यापार अधिशेष (trade surplus) है। दूसरी ओर, भारत के पास चीन के साथ एक बड़ा व्यापार घाटा (trade deficit) है। 2018-19 में, भारत के पास अमेरिका के साथ 16.9 बिलियन डॉलर का व्यापार अधिशेष था, जबकि चीन के साथ 53.6 बिलियन डॉलर का घाटा था।
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