चुनाव आयोग ने हाल ही में संक्रमित या रोगसूचक रोगियों पर ” होम क्वारंटाइन” की मुहर लगाने के लिए चुनाव की स्याही के उपयोग के लिए अनुमति दे दी है। कोरोना वायरस संक्रमित रोगियों को हाथों पर मुहर लगायी जायेगी। इस स्याही को अमिट स्याही (indelible ink), फॉस्फोरिक स्याही (phosphoric ink), चुनावी स्याही (electoral) भी कहा जाता है।
चुनाव की स्याही
यह स्याही अर्ध-स्थायी है। इसका उपयोग चुनावों के दौरान दोहरे मतदान की धोखाधड़ी को रोकने के लिए किया जाता है। चुनाव स्याही में सिल्वर नाइट्रेट का उपयोग किया जाता है। पहली बार 1962 के चुनावों में इस स्याही का इस्तेमाल किया गया था।
होम क्वारंटाइन क्या है?
‘क्वारंटाइन’ एक लैटिन भाषा शब्द है। इसका मतलब है 40 दिन। पुराने समय के दौरान, जिन जहाजों में रोगाणु या बीमारी होने का संदेह होता था, उन्हें 40 दिनों के लिए बंदरगाह से दूर समुद्र में रखा जाता था। इसकी शुरुआत ब्रिटेन में हुई थी। ब्रिटेन ने इस पद्धति को विशेष रूप से तब अपनाया जब चारो तरफ प्लेग फैली हुई थी।
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