हाल ही में ARCI (Advanced Research for Powder Metallurgy and New Materials) के वैज्ञानिकों ने PEMFC (Polymer Electrolyte Membrane Fuel Cells) का विकास किया है। इस प्रौद्योगिकी का उपयोग प्राकृतिक आपदाओं के प्रबंधन के लिए किया जायेगा।
PEMFC 10 किलोवाट क्षमता वाली प्रणाली है। इस प्रौद्योगिकी का विकास ARCI के चेन्नई केंद्र में किया गया है। इस प्रणाली का उपयोग फोन, ईथरनेट, कंप्यूटर, फैक्स इत्यादि प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली को संचालित करने के लिए किया जायेगा।
यह प्रौद्योगिकी आपातकालीन संचालन केंद्रों के लिए पॉवर हाउस के रूप में कार्य करेगी। आपदा के दौरान कार्य करने वाले नियंत्रण कक्ष को अब आपातकालीन ऑपरेशन केंद्रों के रूप में परिवर्तित किया जा रहा है। इसलिए, तकनीक सही समय पर आई है। यह गोल्डन आवर के दौरान तत्काल सहायता प्रदान करता है।
ईंधन प्रकोष्ठ, बिजली पैदा करने के लिए रासायनिक ऊर्जा का उपयोग करते हैं। इसमें 2 इलेक्ट्रोड होते हैं जिन्हें एनोड और कैथोड कहा जाता है। इसमें एक इलेक्ट्रोलाइट भी होता है जो इलेक्ट्रोड पर प्रतिक्रिया को गति देने के लिए उत्प्रेरक का काम करता है। ईंधन प्रकोष्ठ का मुख्य लाभ यह है कि यह न्यूनतम प्रदूषण पैदा करता है।
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