ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट और अमेज़न ने देश में लॉक डाउन के बाद अपनी सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।
फ्लिपकार्ट ने अपनी सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया है, जबकि अमेज़न केवल लंबित ऑर्डर्स का पालन करेगी। अमेज़न ने अस्थायी रूप से नए आर्डर लेना बंद कर दिया है। सभी प्रकार किराने की वस्तुओं की डिलीवरी भी निलंबित की जाएगी।
गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार आवश्यक सेवाओं से सम्बंधित काम करने वाली सरकारी संस्थाएं लॉक डाउन के बावजूद भी काम करती रहेंगी।
वर्तमान में लगभग 40% भारतीय अपनी खरीदारी करने के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफार्म का उपयोग करते हैं। 2009 में भारत में ई-कॉमर्स बाजार 3.9 बिलियन डालर था, 2018 में यह 38.5 बिलियन डालर हो गया है।
भारत अपने स्थानीय और छोटे व्यापारियों को बढ़ावा देने के लिए हमेशा सतर्क रहा है। वर्तमान में देश में लॉक डाउन की स्थिति में स्थानीय किसानों, विक्रेताओं और छोटे व्यापारियों को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने की अनुमति है। हालांकि इन ई-कॉमर्स कंपनियों पर कोई अलग प्रतिबन्ध नहीं लगाए गए थे, लेकिन परिवहन प्रतिबंधों के कारण वे अपनी आपूर्ति जारी रखने में असमर्थ हैं।
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