14 फरवरी, 2020 को IISS (International Institute of Strategic Studies) ने वैश्विक रक्षा व्यय पर अपनी रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट को ‘मिलिट्री बैलेंस’ के शीर्षक से जारी किया गया है। इस रिपोर्ट के अनुसार 2019 में वैश्विक रक्षा व्यय में 4% की वृद्धि हुई है। यह पिछले 10 वर्षों में रक्षा व्यय में हुई सबसे अधिक वृद्धि है।
इस रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका और चीन के बीच हथियारों की दौड़ काफी तेज़ी से बढ़ रही है। चीन के ‘सैन्य आधुनिकरण कार्यक्रम’ के तहत ऐसी हाइपरसोनिक मिसाइलें बनायीं गयी हैं, जिनका पता लगाना मुश्किल है। इसके कारण अमेरिका को भी रक्षा क्षेत्र में अधिक निवेश करना पड़ा। 2018-19 में अमेरिका ने रक्षा कार्यक्रम के लिए 53.4 अरब डॉलर व्यय किये।
चीन और अमेरिका के रक्षा व्यय में 6.6% की वृद्धि हुई है। यूरोप के रक्षा व्यय में 4.2% की वृद्धि हुई है। गौरतलब है कि यूरोप ने 2008 के वित्तीय संकट केक बाद पहली बार रक्षा व्यय में वृद्धि की है।
अंतर्राष्ट्रीय सामरिक अध्ययन संस्थान एक ब्रिटिश अनुसन्धान संस्थान है, इसकी स्थापना 1997 में की गयी थी। ग्लोबल गो टू थिंक टैंक इंडेक्स में IISS को 10वां स्थान प्राप्त हुआ है। यह वैश्विक स्तर पर दूसरा सबसे बेहतरीन रक्षा व राष्ट्रीय सुरक्षा थिंक टैंक है।
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