विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत बायोटेक्नोलॉजी विभाग ने जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना में IISc बेंगलुरु समेत 20 से अधिक प्रमुख संस्थान लेंगे।
इस परियोजना के पहले चरण में एक रेफरेन्स जीनोम विकसित करने के लिए 10,000 व्यक्तियों के नमूने लिए जायेंगे। IISc के तहत टर ऑफ ब्रेन रिसर्च इस परियोजना के नोडल पॉइंट के रूप में कार्य करेगा। यह परियोजना मानव जीनोम परियोजना से प्रेरित है।
मानव जीनोम परियोजना को 1990 में लांच किया गया था, यह परियोजना 2003 में समाप्त हो गई थी। इस अंतर्राष्ट्रीय परियोजना को अमेरिकी सरकार द्वारा वित्त पोषित किया गया था। इस परियोजना का उद्देश्य मानव जीनोम की मैपिंग करना और उन्हें गुणसूत्रों का एक पूरा अनुक्रम प्राप्त करने के लिए एकत्रित करना है।
जीनोम डीएनए का अनुक्रम है। इसमें किसी व्यक्ति की सभी वंशानुगत जानकारी शामिल होती है। जीनोम, जीन या डीएनए के समान नहीं है। जीन, डीएनए से बने होते हैं। जीनोम एक व्यक्ति के सभी डीएनए का योग है।
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