भारतीय नौसनिक पोत (आईएनएस) जमुना को श्रीलंका के तट पर संयुक्त जलराशि सर्वेक्षण (Hydrographic Survey) के लिए तैनात किया गया है। इस सर्वेक्षण को दो महीने के समय में किया जाएगा।
मुख्य बिंदु
भारत और श्रीलंका मिलकर दो महीने तक जलराशी सर्वेक्षण तथा तटीय सर्वेक्षण गतिविधियाँ करेंगे। सर्वेक्षण के अलावा श्रीलंकाई नौसैनिक अधिकारियों को सर्वेक्षण प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
जलराशि सर्वेक्षण
जलराशि सर्वेक्षण के द्वारा समुद्री नौसंचालन (नेविगेशन) को प्रभावित करने वाली विशेषताओं का अध्ययन किया जाता है। इसमें ऑफशोर तेल खोज, तेल के लिए ड्रिलिंग तथा अन्य गतिविधियाँ शामिल हैं।
इस सर्वेक्षण के लिए मानक अंतर्राष्ट्रीय जलराशी संगठन (International Hydrographic Organization) द्वारा जारी किये जाते हैं। इसकी स्थापना 1921 में की गयी थी। इसका उद्देश्य विश्व भर के सागरों का सर्वेक्षण सुनिश्चित करवाना है। अक्टूबर, 2019 तक इस संगठन के 93 सदस्य थे, भारत भी इसका सदस्य है।
भारतीय नौसनिक जलराशि विभाग का कार्यालय उत्तराखंड के देहरादून में स्थित है। वर्तमान समय आठ भारतीय नौसनिक पोत जलराशि सर्वेक्षण के लिए तैनात की गयी हैं, इसमें आईएनएस निरूपक, आईएनएस जमुना, आईएनएस इन्वेस्टिगेटर, आईएनएस सतलुज, आईएनएस संधायक, आईएनएस दर्शक तथा आईएनएस सर्वेक्षक शामिल हैं।
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