5 मार्च, 2020 को विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत संचालित प्रौद्योगिकी विभाग ने कलकत्ता में नैनो-विज्ञान और नैनो प्रौद्योगिकी (ICONSAT) पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया गया। इस सम्मेलन का आयोजन 5 मार्च, 2020 और 7 मार्च, 2020 के बीच किया गया।
इस सम्मेलन ने नैनो-विज्ञान के क्षेत्र में भारत की वर्तमान आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया। इसमें 5M जैसे सामग्री, मैकेनिकल, विनिर्माण, जनशक्ति और मशीनें (Material, Mechanical, Manufacturing, Manpower and Machines) शामिल हैं। इस सम्मेलन में दुनिया भर के 450 से अधिक वैज्ञानिकों ने भाग लिया।
भारत ने नैनो प्रौद्योगिकी की शुरुआत 2001 में “नैनो विज्ञान और प्रौद्योगिकी पहल” (NSTI) के शुभारंभ के साथ हुई थी। 2007 में इसे ” नैनो मिशन” नाम दिया गया। नैनो मिशन के उद्देश्य व्यापक थे और इसके लिए 250 मिलियन डालर की फंडिंग प्रदान की गयी। यह प्रयास काफी सफल रहा और भारतीय अनुसंधानकर्ताओं ने अगले पांच वर्षों में 23,000 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित किये। 2013 में भारत, चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद शोध पत्र प्रकाशन के मामले में तीसरे स्थान पर था।
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