6 मार्च, 2020 को आयुष मंत्रालय ने आयुष ग्रिड नामक डिजिटल प्लेटफॉर्म लांच किया। यह ग्रिड आयुष अस्पतालों और प्रयोगशालाओं से जुड़ी सुविधाएं प्रदान करता है और पारंपरिक स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा देता है।
भारत में 12,500 से अधिक आयुष केंद्र हैं। “आयुष ग्रिड” प्लेटफार्म का उद्देश्य पूरे आयुष सेक्टर को डिजिटल बनाना है। आयुष मंत्रालय ने आयुष अस्पताल सूचना प्रबंधन प्रणाली, योग लोकेटर एप्लिकेशन, टेली-मेडिसिन, केस रजिस्ट्री पोर्टल, भुवन एप्लिकेशन लॉन्च की हैं। इन परियोजनाओं को बाद में आयुष ग्रिड के साथ जोड़ा जायेगा।
आयुष मंत्रालय ने राष्ट्रीय आयुर्वेद रुग्णता संहिता विकसित की है। यह संहिता आयुर्वेद में वर्णित रोगों को वर्गीकृत करती है। इसके पहले चरण में 4 रोग स्थितियों की पहचान की गई है, जिनके नाम हैं कास, कुष्ठ, ज्वार और श्वास।
आयुष मंत्रालय, आयुष्मान भारत योजना की रीढ़ है। भारत सरकार ने इस योजना के तहत क्रॉस-पैथी निर्धारित की है। आयुष मंत्रालय ने पारंपरिक ज्ञान डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित करने के लिए वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद के साथ भी सहयोग किया है।
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