भारत सरकार ने 19 फरवरी, 2020 को साइल हेल्थ कार्ड दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। साइल हेल्थ कार्ड स्कीम को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 19 फरवरी, 2015 को लांच किया गया था।
इस योजना का उद्देश्य मिट्टी की उपजाऊ क्षमता का मूल्यांकन करना था। इस योजना के तहत प्रत्येक दो वर्ष बाद साइल हेल्थ कार्ड जारी किये जाते हैं। इसके द्वारा किसानों को खेत में उर्वरक की उचित मात्र डालने में आसानी होती है, इससे बड़े पैमाने पर अतिरिक्त उर्वरक के उपयोग में कमी आई है।
राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद् द्वारा किये गये एक अध्ययन के अनुसार देश में साइल कार्ड (Soil Health Card) के उपयोग से उर्वरक के उपयोग में 10% की कमी आई है। इस अध्ययन से यह भी ज्ञात हुआ है कि साइल कार्ड के कारण उत्पादकता में 5-6% की वृद्धि हुई है। साइल कार्ड योजना में मिट्टी में कम हो रहे पोषक तत्वों की समस्या पर फोकस किया जाता है।
केंद्र सरकार ने 2014-15 में साइल हेल्थ कार्ड योजना शुरू की थी। 2015-17 के दौरान 10.74 करोड़ साइल हेल्थ कार्ड जारी किये गये। जबकि 2017-19 के दौरान 11.69 करोड़ हेल्थ कार्ड जारी किये गये।
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