अर्थव्यवस्था

भारतीय रेलवे द्वारा डीजल लोकोमोटिव में बायो-डीजल का उपयोग

भारतीय रेलवे बायो-डीजल का उपयोग करके अपने डीजल इंजनों के बेड़े को चलाने की योजना कर रहा है। भारतीय रेलवे ने संसद को सूचित किया है कि अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (RDSO) द्वारा डीजल इंजनों के संचालन के लिए B-5 बायो-डीजल का परीक्षण किया गया है।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • शुरू में, रेलवे द्वारा इसके उपयोग को अनिवार्य बनाने से पहले पायलट आधार पर डीजल इंजनों को चलाने के लिए बायो-डीजल का इस्तेमाल हो सकता है।
  • बायो-डीजल के उपयोग से रेलवे के डीजल बिल में बचत होगी।
  • 2018-19 में माल ढुलाई, करों सहित हाई-स्पीड डीजल की लागत 18,587.14 करोड़ रुपये थी, जबकि 2019-20 में यह 16,030.58 करोड़ रुपये थी।
  • भारतीय रेलवे के डीजल खर्च में गिरावट होने की उम्मीद है क्योंकि रेलवे 2023 के अंत तक 100% विद्युतीकरण हासिल करने का प्रयत्न कर रहा है, हालांकि डीजल इंजनों का उपयोग माल ढुलाई के उद्देश्य से काफी समय के लिए किया जाएगा क्योंकि उनके पास उच्च क्षमता होती है।

Recent Posts

14 जुलाई : फ़्रांसिसी बास्तील दिवस

फ्रांस में 14 जुलाई को फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है…

3 years ago

कैंसर का पता लगाने के लिए PIVOT का निर्माण

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (IIT मद्रास) के शोधकर्ताओं द्वारा ‘PIVOT’ नामक एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-बेस्ड उपकरण…

3 years ago

गुजरात में प्राकृतिक खेती सम्मेलन का आयोजन

प्राकृतिक खेती सम्मेलन 10 जुलाई, 2022 को आयोजित किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल…

3 years ago

मिशन कुशल कर्मी की शुरुआत

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 6 जुलाई, 2022 को निर्माण श्रमिकों को उनकी क्षमताओं…

3 years ago

चीन में विश्व शांति फोरम 2022 आयोजित

विश्व शांति मंच 2022 के दसवें संस्करण का आयोजन बीजिंग में सिंघुआ विश्वविद्यालय द्वारा किया…

3 years ago

11 जुलाई: विश्व जनसंख्या दिवस

संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिवर्ष विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन…

3 years ago