भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन 7 नवंबर, 2020 को पृथ्वी अवलोकन उपग्रह, RISAT-2BR2 और नौ अन्य ग्राहक उपग्रहों को लॉन्च करेगा।
इसरो के लगभग 10 मिशन कोविड 19 के कारण प्रभावित हुए थे।
पृथ्वी अवलोकन उपग्रह का कोड नाम EOS-01 रखा गया है। इसका उद्देश्य वानिकी, कृषि और आपदा प्रबंधन में अनुप्रयोगों का समर्थन करना है। इस पृथ्वी अवलोकन उपग्रह का प्रक्षेपण इसरो के 51वें मिशन के रूप में होगा।
पृथ्वी अवलोकन उपग्रह को PSLV पर लॉन्च किया जायेगा। इसरो के साथ न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड के व्यावसायिक समझौते के तहत ग्राहक उपग्रह को EOS-01 के साथ लॉन्च किया जा रहा है।
युविका का अर्थ युवा विज्ञानी कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम के तहत भारत के प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में 9वीं कक्षा में अध्ययनरत 3 छात्रों का चयन किया जाता है। फिर उन्हें अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष अनुप्रयोग और अंतरिक्ष विज्ञान का मूल ज्ञान प्रदान किया जाता है। इसका आयोजन इसरो के चार केंद्रों यानी SAC, VSSC, URSC और NESAC में किया जाता है।
मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन, गगनयान को शुरू में अगस्त 2020 में लॉन्च करने की योजना थी। हालांकि कोविd-19 के कारण अब इसमें देरी हो रही है।
इसरो RISAT-2BR2 उपग्रह को नवम्बर, 2020 में लांच करेगा। इससे पहले RISAR-2BR1 को 2019 में लांच किया गया था। भारतीय अंतरिक्ष गतिविधि का मुख्य हॉलमार्क अंतरराष्ट्रीय सहयोग है। तदनुसार, भारत ने 59 देशों के साथ 250 से अधिक सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। भारत नैनो उपग्रहों के निर्माण में 23 विभिन्न देशों के 60 से अधिक व्यक्तियों को भी प्रशिक्षित कर रहा है।
फ्रांस में 14 जुलाई को फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है…
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (IIT मद्रास) के शोधकर्ताओं द्वारा ‘PIVOT’ नामक एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-बेस्ड उपकरण…
प्राकृतिक खेती सम्मेलन 10 जुलाई, 2022 को आयोजित किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल…
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 6 जुलाई, 2022 को निर्माण श्रमिकों को उनकी क्षमताओं…
विश्व शांति मंच 2022 के दसवें संस्करण का आयोजन बीजिंग में सिंघुआ विश्वविद्यालय द्वारा किया…
संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिवर्ष विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन…