इसरो : पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ईओएस-1 और 9 अन्य उपग्रहों का प्रक्षेपण करेगा

October 31, 2020

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन 7 नवंबर, 2020 को पृथ्वी अवलोकन उपग्रह, RISAT-2BR2 और नौ अन्य ग्राहक उपग्रहों को लॉन्च करेगा।

मुख्य बिंदु

इसरो के लगभग 10 मिशन कोविड 19 के कारण प्रभावित हुए  थे।

पृथ्वी अवलोकन उपग्रह के बारे में

पृथ्वी अवलोकन उपग्रह का कोड नाम EOS-01 रखा गया है। इसका उद्देश्य वानिकी, कृषि और आपदा प्रबंधन में अनुप्रयोगों का समर्थन करना है। इस पृथ्वी अवलोकन उपग्रह का प्रक्षेपण इसरो के 51वें मिशन के रूप में होगा।

पृथ्वी अवलोकन उपग्रह को PSLV पर लॉन्च किया जायेगा। इसरो के साथ न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड के व्यावसायिक समझौते के तहत ग्राहक उपग्रह को EOS-01 के साथ लॉन्च किया जा रहा है।

युविका क्या है?

युविका का अर्थ युवा विज्ञानी कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम के तहत भारत के प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में 9वीं कक्षा में अध्ययनरत 3 छात्रों का चयन किया जाता है। फिर उन्हें अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष अनुप्रयोग और अंतरिक्ष विज्ञान का मूल ज्ञान प्रदान किया जाता है। इसका आयोजन इसरो के चार केंद्रों यानी SAC, VSSC, URSC और NESAC में किया जाता है।

गगनयान मिशन

मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन, गगनयान को शुरू में अगस्त 2020 में लॉन्च करने की योजना थी। हालांकि कोविd-19 के कारण अब इसमें देरी हो रही है।

वर्तमान परिदृश्य

इसरो RISAT-2BR2 उपग्रह को नवम्बर, 2020 में लांच करेगा। इससे पहले RISAR-2BR1 को 2019 में लांच किया गया था। भारतीय अंतरिक्ष गतिविधि का मुख्य हॉलमार्क अंतरराष्ट्रीय सहयोग है। तदनुसार, भारत ने 59 देशों के साथ 250 से अधिक सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। भारत नैनो उपग्रहों के निर्माण में 23 विभिन्न देशों के 60 से अधिक व्यक्तियों को भी प्रशिक्षित कर रहा है।