2021-22 में भारत का फार्मा निर्यात में वृद्धि May 5, 2022
भारत के फार्मा क्षेत्र ने 2021-22 में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ निर्यात किया। भारतीय दवा उद्योग मात्रा के हिसाब से दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा और मूल्य की दृष्टि से 14वां सबसे बड़ा उद्योग है।
महत्वपूर्ण बिंदु
- भारत के फार्मा क्षेत्र में 2013-14 के बाद से 103% की वृद्धि देखी गई, जो 2013-14 में 90, 415 करोड़ रुपये से 2021-22 में 1,83,422 करोड़ है।
- वैश्विक व्यापार व्यवधानों के बावजूद 2021-22 में भारत के फार्मा निर्यात में सकारात्मक बढ़ोतरी हुई है।
- व्यापार संतुलन भारत के पक्ष में बना हुआ है।
भारत के फार्मा क्षेत्र का विश्व में भूमिका –
- मूल्य प्रतिस्पर्धात्मकता और अच्छी गुणवत्ता के बल पर भारतीय फार्मा कंपनियों ने वैश्विक पहचान बनाई है। भारत फार्मास्यूटिकल्स का एक प्रमुख निर्यातक है, जिसमें दुनिया के 60% टीके और 20% जेनेरिक दवाएं भारत से निर्यात होती है।
- 200 से अधिक देशों को भारतीय फार्मा निर्यात द्वारा सेवा प्रदान की जाती है।
- भारत अफ्रीका की 50% से अधिक जेनेरिक दवाओं की आपूर्ति करता है।
- भारत डीपीटी, बीसीजी और खसरे के टीकों का प्रमुख आपूर्तिकर्ता है। WHO के 70% टीके (आवश्यक टीकाकरण कार्यक्रम के अनुसार) भारत से आयत किये जाते है।
- इस प्रकार, भारत ‘विश्व की फार्मेसी’ के रूप में सेवा कर रहा है।