भारत के कृषि निर्यात में 2021-22 में हुई वृद्धि April 15, 2022
वित्त वर्ष 2021-22 के लिए, भारत के रोपण और समुद्री उत्पादों सहित कृषि उत्पादों के निर्यात का रिकॉर्ड 50 बिलियन डालर हो गया है। यह पिछले वर्ष की तुलना में 20% ज्यादा है।
महत्वपूर्ण बिंदु
- निर्यात की वृद्धि समुद्री उत्पादों, चावल, चीनी, गेहूं और कच्चे कपास के शिपमेंट में वृद्धि के कारण प्राप्त हुई है।
- यह वृद्धि कंटेनर की कमी, उच्च माल ढुलाई दरों आदि जैसी लॉजिस्टिक चुनौतियों का सामना करने के बावजूद प्राप्त हुई है।
- कृषि निर्यात की वृद्धि में इस वृद्धि से देश के किसानों की आय में भी वृद्धि होगी।
उच्चतम निर्यात करने वाली वस्तुएं
- चावल (9.65 अरब डॉलर)
- गेहूं (2.19 बिलियन डालर)
- चीनी (4.6 बिलियन डालर)
- अन्य अनाज (1.08 बिलियन डालर)।
2021-22 में पिछले वर्ष की तुलना में गेहूं के शिपमेंट में 2.1 बिलियन डालर (273% की वृद्धि) तक की वृद्धि हुई थी।
कृषि निर्यात में वृद्धि के कारण
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA), समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (MPEDA) और भारत में विभिन्न कमोडिटी बोर्ड आदि वाणिज्य विभागों के निरंतर प्रयत्नों के कारण कृषि निर्यात में वृद्धि हुई है।