बजट 2020 : महिला व बाल विकास

February 3, 2020

1 फरवरी, 2020 को वित्त मंत्री ने बजट 2020 प्रस्तुत किया, इस बजट में महिला व बाल विकास, सामाजिक कल्याण, संस्कृति, पर्यटन व जलवायु परिवर्तन के लिए निम्नलिखित घोषणाएं की गयी हैं:

महिला व बाल विकास

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत स्कूल में लड़कियों का प्रवेश लड़कों से अधिक है :

  • प्राथमिक स्तर पर बालिकाओं का प्रवेश 94.32% है, जबकि लड़कों का प्रवेश 89.28% है।
  • सेकेंडरी स्तर पर बालिकाओं का प्रवेश 81.32% है, जबकि लड़कों का प्रवेश 78% है।
  • हायर सेकेंडरी स्तर पर बालिकाओं का प्रवेश 59.7% है, जबकि लड़कों का प्रवेश 57.54% है।

पोषण अभियान

0 से 6 वर्ष के बच्चों, बालिकाओं तथा महिलाओं में स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए पोषण अभियान शुरू किया  गया है। देश में 6 लाख आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफ़ोन्स दिए गये हैं, जिसके द्वारा वे 10 करोड़ से अधिक घरों की महिलाओं के पोषण की स्थिति की जानकारी अपलोड करती हैं।

टास्क फ़ोर्स

1978 में लड़कियों की विवाह की उम्र को 15 वर्ष से बढ़ाकर 18 वर्ष कर दिया गया था। यह कार्य शारदा अधिनियम में संशोधन करके किया गया था। धीरे-धीरे मातृत्व मृत्यु दर में कमी आ रही है तथा पोषण के स्तर में भी धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। विकास के हर पहलु में महिलाओं को शामिल करने के लिए एक टास्क फ़ोर्स का गठन किया जाएगा।

फण्ड आवंटन

बजट में पोषण संबधी कार्यक्रमों के लिए 35,600 करोड़ रुपये आबंटित किये गये हैं। जबकि महिलाओं के विकास के लिए 28,600 करोड़ रुपये आबंटित किये गये हैं।