मुद्रा और वित्त पर भारतीय रिजर्व बैंक की रिपोर्ट May 5, 2022
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा वर्ष 2021-22 के लिए मुद्रा और वित्त (RCF) पर रिपोर्ट जारी की गयी।
रिपोर्ट की थीम –
इस रिपोर्ट का विषय “Revive and Reconstruct” है, जो एक टिकाऊ रिकवरी पोस्ट-कोविड को पोषित करने और मध्यम अवधि में प्रवृत्ति वृद्धि को बढ़ाने के संदर्भ में है।
कोविड महामारी का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
- इस रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था को COVID-19 के नुकसान से उभरने में 12 साल से अधिक समय लगने की आशंका है।
- 2020-21 के लिए (-) 6.6% की वास्तविक विकास दर, 2021-22 के लिए 8.9%, और 2022-23 के लिए 7.2% की वृद्धि दर अनुमानित है।
- आपूर्ति की कमी और लंबे समय तक डिलीवरी के समय ने शिपिंग लागत और कमोडिटी की कीमतों को बढ़ा दिया, जिससे मुद्रास्फीति के दबाव तेज हो गए और दुनिया भर में आर्थिक सुधार को खतरा उत्पन्न हो गया
रिपोर्ट द्वारा निम्न विषयों पर सुधारों का सुझाव –
इस रिपोर्ट में प्रस्तावित सुधार आर्थिक प्रगति के सात पहियों के आस-पास घूमते हैं:-
- कुल मांग।
- सकल आपूर्ति।
- संस्थान, बिचौलिये और बाजार।
- व्यापक आर्थिक स्थिरता और नीति समन्वय।
- उत्पादकता और तकनीकी प्रगति।
- संरचनात्मक परिवर्तन।
- वहनीयता।