RBI ने वित्तीय शिक्षा 2020-2025 के लिए राष्ट्रीय रणनीति का अनावरण किया September 27, 2020
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने अगले पाँच वर्षों की अवधि यानी 2020 से 2025 तक के लिए वित्तीय शिक्षा के लिए राष्ट्रीय रणनीति (NSFE) शुरू की है। यह दूसरी राष्ट्रीय रणनीति है; पहली NSFE 2013 में लॉन्च की गयी थी। यह NSFE 2020-25 एक आर्थिक रूप से जागरूक और सशक्त भारत को प्राप्त करने के उद्देश्य से लांच की गयी है।
वित्तीय शिक्षा के लिए राष्ट्रीय रणनीति 2020-2025 – मुख्य बिंदु
- बैंक ने इस दूसरी राष्ट्रीय रणनीति के साथ 5-कोर एक्शन एप्रोच पेश की है।
- NSFE 2020-25 द्वारा हाइलाइट किए गए पांच ‘C’ हैं : Capacity, Content, Communication, Community, and Collaboration।
- यहाँ, सामग्री स्कूलों में पाठ्यक्रम को संदर्भित करती है; जहाँ वित्तीय सेवाओं में शामिल मध्यस्थों में क्षमता विकसित करने के लिए “क्षमता” शब्द का उपयोग किया गया है।
- संचार और समुदाय का उपयोग संचार रणनीति का उपयोग करके वित्तीय साक्षरता के लिए समुदाय के नेतृत्व वाले मॉडल बनाने के लिए किया गया है।
- अंत में, ‘सहयोग’ का उपयोग विभिन्न हितधारकों के बीच साझेदारी / सहयोग को बढ़ाने के लिए किया गया है।
इस रणनीति ने प्रगति के मूल्यांकन के लिए मजबूत निगरानी और ढांचे को अपनाने का भी सुझाव दिया है।
वित्तीय शिक्षा के लिए राष्ट्रीय केंद्र (National Centre for Financial Education)
पहली NSFE राष्ट्रीय वित्तीय शिक्षा केंद्र द्वारा शुरू की गयी थी। यह सेक्शन 8 (गैर-लाभकारी) कंपनी है जिसे भारतीय रिज़र्व बैंक, पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) और बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) द्वारा प्रमोट किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद की वित्तीय शिक्षा के लिए राष्ट्रीय रणनीति के अनुसार समाज के सभी वर्गों के लिए भारत भर में वित्तीय शिक्षा को बढ़ावा देना है।