वर्णिका – नोट मुद्रण के लिए स्याही निर्माण की इकाई April 12, 2022
भारतीय रिजर्व बैंक की पूर्ण स्वामित्व प्राप्त सहायक कंपनी भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड (Bharatiya Reserve Bank Note Mudran Private Limited – BRBNMPL) के द्वारा कर्नाटक के मैसूर में “वर्णिका” नामक एक स्याही निर्माण इकाई को स्थापित की गयी। इस नई इकाई को RBI गवर्नर शक्तिकांत दास के द्वारा राष्ट्र को समर्पित कर दिया गया।
मुख्य बिंदु
- इस नई स्याही निर्माण इकाई की क्षमता 1,500 मीट्रिक टन है।
- इस नई इकाई को देश के बैंक नोटों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए स्थापित किया गया।
- यह इकाई सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल को बढ़ावा देगी।
- यह इकाई यह सुनिश्चित करेगी कि बैंक नोटों की छपाई के लिए आवश्यक स्याही पूरी तरह से देश में ही निर्मित होनी चाहिए।
- कलर शिफ्ट इंटैग्लियो इंक (Colour Shift Intaglio Ink – CSII) को भी इसी इकाई द्वारा बनाया जा रहा है।
BRBNMPL (भारतीय रिज़र्व बैंक नोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड)
- इस संगठन के द्वारा सभी भारतीय बैंक नोटों की छपाई की जाती है।
- इसको स्थापित करने का उद्देश्य 1995 में सिक्कों और बैंक नोटों की बढ़ती मांग को पूरा करना है।
- देश की अधिकांश बैंकनोट आवश्यकताओं की आपूर्ति BRBNMPL के द्वारा की जाती है, जबकि शेष आवश्यकताओं को सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SPMCIL) के माध्यम से पूरा किया जाता है
- BRBNMPL का मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है।
SPMCIL (सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिन्टिंग कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड) के प्रेस
सालबोनी, पश्चिम बंगाल और मैसूर, कर्नाटक में SPMCIL के दो प्रेस मौजूद हैं। इन दोनों प्रेसों में 16 अरब नोट प्रति वर्ष उत्पादित किये जा रहे है। यह भारत सरकार की पूर्ण स्वामित्व वाली सरकारी एजेंसी है।