विश्व बैंक ने की ‘माइग्रेशन एंड डेवलपमेंट ब्रीफ’ की शुरुआत May 24, 2022
रूस-यूक्रेन युद्ध निम्न और मध्यम आय वाले देशों में प्रेषण प्रवाह की वृद्धि को 2022 में 4.2% तक धीमा कर देगा, जो 2021 में 8.6% था। एक अनुमान के अनुसार, निम्न और मध्यम आय वाले देशों को प्रेषण, इस वर्ष, $630 बिलियन तक पहुंच जाएगा। यूक्रेन को प्रेषण 2022 में 20% तक बढ़ जाएगा। इस साल कई अन्य मध्य एशियाई देशों को भेजे जाने वाले धन में कमी आएगी। प्रेषण में गिरावट के साथ मुद्रास्फीति इन देशों में भूख और गरीबी की समस्या को बढ़ाएगी।
महत्वपूर्ण बिंदु
- यूरोप और मध्य एशिया में प्रेषण का सबसे बड़ा प्राप्तकर्ता यूक्रेन देश है
- मध्य एशिया में प्रेषण का मुख्य स्रोत रूस देश है
- युद्ध के कारण व्यवधान और सोसाइटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्युनिकेशंस (SWIFT) से रूस के बहिष्करण ने अंतर्राष्ट्रीय भुगतान प्रणालियों को प्रभावित किया।
- 2021 में प्रेषण के शीर्ष पांच प्राप्तकर्ता देश भारत, मेक्सिको, चीन, फिलीपींस और मिस्र थे
पैसे भेजने की औसत लागत
विश्व स्तर पर, 2002 की चौथी तिमाही में 200 डॉलर भेजने की औसत लागत 6% थी। यह संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्य (UN SDG) 3% के लक्ष्य से दोगुना है। प्रेषण शुल्क को 2% कम करने से निम्न और मध्यम आय वाले देशों से अंतर्राष्ट्रीय प्रवासियों के लिए $12 बिलियन की वार्षिक बचत होगी।