25 सितम्बर: अन्‍त्‍योदय दिवस

September 28, 2020

25 सितम्बर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म वर्षगाँठ के उपलक्ष्य पर देश भर में अन्तोदय दिवस के रूप में मनाया जाता है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक विचारक, इतिहासकार तथा राजनीतिक कार्यकर्ता थे।

अन्‍त्‍योदय का अर्थ समाज के कमजोर वर्गों को ऊपर उठाना है। इस अवसर पर देश में रक्त दान शिविर, संगोष्ठी तथा सम्मेलनों का आयोजन किया जाता है।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय (1916-88)

पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितम्बर, 1916 को हुआ था। पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक प्रसिद्ध राजनीतिक व्यक्तित्व तथा विचारक थे। वे जन संघ के समन्वयक तथा नेता थे, जन संघ से ही भारतीय जनता पार्टी की उत्पत्ति हुई थी। वे साम्यवाद व पूँजीवाद दोनों के आलोचक थे।

उन्होंने एकीकृत मानवता का समर्थन किया, इसमें राजनीती में नैतिकता तथा अर्थशास्त्र में मानव केन्द्रित दृष्टिकोण शामिल है। उन्होंने स्वदेशी तथा लघु स्तरीय औद्योगिकीकरण का समर्थन किया।

वे राष्ट्रवादी विचार के समर्थक थे, उनका मानना था कि आंखें मूँद कर पश्चिमी विचारधारा का पालन करना भारत के लिए उचित नहीं है। उन्होंने राष्ट्र धर्मं प्रकाशन और मासिक पत्रिका राष्ट्र धर्मं की स्थापना की।

बाद में उन्होंने साप्ताहिक पत्रिका पाञ्चजन्य तथा दैनिक पत्रिका स्वदेश की शुरुआत की। उन्होंने हिंदी में चन्द्रगुप्त मौर्य नामक नाटक की रचना हिंदी में की। इसके अतिरिक्त उन्होंने शंकराचार्य की जीवनी भी लिखी।