9 अक्टूबर : विश्व डाक दिवस

October 9, 2020

विश्व डाक दिवस प्रतिवर्ष 9 अक्टूबर को मनाया जाता है। इसे 1874 में स्विट्ज़रलैंड के बर्न में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन की स्थापना की याद में मनाया जाता है। 1969 में जापान के टोक्यो में आयोजित यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन कांग्रेस में 9 अक्टूबर को विश्व डाक दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की गयी थी। भारतीय दल के सदस्य आनंद मोहन नरूला ने इसके लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। तत्पश्चात 9 अक्टूबर को विश्व भर में डाक की महता को हाईलाइट करने के लिए विश्व डाक दिवस के रूप में मनाया जाता है।

भारत में डाक प्रणाली

भारत में डाक प्रणाली को चलाने वाले इंडिया पोस्ट की स्थापना 1766 में लॉर्ड क्लाइव द्वारा की गयी थी। यह संचार मंत्रालय के अधीन काम करता है। यह दुनिया में व्यापक रूप से वितरित नेटवर्क में से एक है। इंडिया पोस्ट को चीफ पोस्ट मास्टर की अध्यक्षता में 23 पोस्टल सर्कल में विभाजित किया गया है।

भारत सरकार की योजनाओं में इंडिया पोस्ट की भूमिका

इंडिया पोस्ट डाक जीवन बीमा और ग्रामीण डाक जीवन बीमा के अंतर्गत जीवन बीमा कवर प्रदान करता है। यह खुदरा सेवाओं जैसे फॉर्म की बिक्री और बिल संग्रह की सुविधा प्रदान करता है। यह महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना जैसी योजनाओं के तहत मजदूरी के निर्वहन और वृद्धावस्था पेंशन भुगतान जैसी सेवाओं के निर्वहन में भारत सरकार के एजेंट के रूप में भी काम करता है।

यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (UPU)

यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन संयुक्त राष्ट्र की स्पेशलाइज्ड एजेंसी है, यह सदस्य देशों में डाक नीतियों के समन्वय का कार्य करती है। इसकी स्थापना 1874 में की गयी थी। यह दूसरा सबसे पुराना अंतर्राष्ट्रीय  विश्व व्यापी संगठन है, विश्व का सबसे पुराना अंतर्राष्ट्रीय वैश्विक संगठन अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) है, ITU की स्थापना 1865 में की गयी थी। वर्तमान में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन के 192 देश सदस्य हैं। यह एजेंसी अंतर्राष्ट्रीय मेल एक्सचेंज के लिए नियमों का निर्माण करती है तथा डाक, वित्तीय तथा पार्सल सेवाओं की वृद्धि के लिए अनुसंशा प्रस्तुत करती है।