भुबनेश्वर : बिम्सटेक NDRF आपदा प्रबंधन अभ्यास

February 11, 2020

राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (NDRF) द्वारा द्वितीय बिम्सटेक आपदा प्रबंधन अभ्यास-2020 (BIMSTEC DMEx-2020) का आयोजन ओडिशा के भुबनेश्वर में किया जा रहा है। इस अभ्यास का आयोजन 11 फरवरी, 2020 से 13 फरवरी, 2020 के बीच किया जा रहा है।

इस अभ्यास में बाढ़, भूकंप और तूफ़ान के दौरान आपदाओं के लिए मौजूदा आपातकालीन प्रक्रियाओं का परीक्षण किया जायेगा।  इस अभ्यास में आपदाओं के कारण क्षतिग्रस्त धरोहर स्थलों के जीर्णोंधार पर भी बल दिया जाएगा।

Theme: A Cultural Heritage Site that suffers severe damage in the Earthquake and Flooding or Storm

इस अभ्यास में बांग्लादेश, भारत, म्यांमार, श्रीलंका और नेपाल हिस्सा ले रहे हैं। इस अभ्यास में दो बिम्सटेक देश थाईलैंड और भूटान इस बार हिस्सा नहीं ले रहे हैं।

बिम्सटेक (Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral, Technical and Economic Cooperation)

बिम्सटेक दक्षिण एशिया तथा दक्षिण पूर्वी एशिया के 7 देशों का समूह है, जो बंगाल के खाड़ी के निकट स्थित हैं। बिम्सटेक की स्थापना 6 जून, 1997 को बैंकाक घोषणा के द्वारा की गयी थी। बिम्सटेक का मुख्यालय बांग्लादेश की राजधानी ढाका में स्थित है।

बिम्सटेक के सदस्य देश भारत, नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका, म्यांमार और थाईलैंड हैं। इन सभी देशों की जनसँख्या लगभग 1.5 अरब है जो कि विश्व की कुल जनसँख्या का 22% है।

राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (NDRF)

NDRF आपदा के समय त्वरित क्रिया करने वाला बल है, इसकी स्थापना वर्ष 2006 में आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के अंतर्गत की गयी थी। NDRF का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। यह केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है। NDRF के लिए नीति, योजना तथा दिशानिर्देश का निर्माण राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) द्वारा किया जाता है।

NDRF प्राकृतिक आपदा, मानव निर्मित आपदा, दुर्घटना अथवा आपातकाल के दौरान राहत व बचाव कार्य करता है। इस दौरान जान-माल की रक्षा के लिए NDRF स्थानीय एजेंसियों के साथ मिलकर कार्य करता है। वर्तमान में NDRF की 12 बटालियन देश के अलग-अलग हिस्सों में नियुक्त की गयी हैं।