इजरायल-यूएई शांति समझौता : मुख्य बिंदु

September 27, 2020

संयुक्त अरब अमीरात हाल ही में इजराइल के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला पहला खाड़ी का देश बन गया। इस समझौते को अब्राहम समझौता भी कहा जाता है। इजरायल मिस्र (1979) और जॉर्डन (1994) के बाद शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने वाला तीसरा अरब देश है।

मुख्य बिंदु

अब्राहम नाम तीन प्रमुख अब्राहमिक धर्मों यहूदी, ईसाई और इस्लाम से सम्बंधित है। इस समझौते ने वेस्ट बैंक पर इजरायल के कब्ज़े को रोक दिया है। वेस्ट बैंक इजरायल और जॉर्डन के बीच है। इस समझौते के अनुसार, इज़राइल और यूएई आने वाले हफ्तों में सीधी उड़ानों, दूरसंचार, पर्यटन, ऊर्जा, सुरक्षा और स्वास्थ्य देखभाल पर समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। साथ ही, दोनों देशों को मिलकर COVID-19 का मुकाबला करेंगे।

महत्व

यह समझौता अमेरिकी व्हाइट हाउस में घोषित किया गया था। यूएई और इजरायल दोनों संयुक्त राज्य अमेरिका के करीबी सहयोगी हैं। यह सौदा अब ईरान के विरोध को मजबूत करता है। ईरान, तीनों शक्तियों अमेरिका, इजरायल और यूएई के अनुसार क्षेत्र में मुख्य खतरा है।

मामला क्या है?

अरब-इजरायल युद्ध के अंत में जॉर्डन द्वारा वेस्ट बैंक पर कब्जा कर लिया गया था। बाद में 1967 में, इजरायल ने फिर से इसे 1967 में वापस ले लिया। 1967 के दौरान, इजरायल को सीरिया, मिस्र और जॉर्डन की संयुक्त सेना ने हराया।

पृष्ठभूमि

यह सौदा अब इजरायल द्वारा वेस्ट बैंक के कब्ज़े को रोक देता है।

फिलिस्तीन

फिलिस्तीनियों ने इस सौदे को खारिज कर दिया और इसकी निंदा की। वे दो-देश समाधान के पक्ष में हैं। यह सौदा दो देश वाले समाधान के कार्यान्वयन को अधिक चुनौतीपूर्ण बना देगा।

दो देश समाधान

यह 1947 के संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव पर आधारित है जिसने दो देशों को प्रस्तावित किया है। एक वह जगह है जहां यहूदियों ने बहुमत का गठन किया और दूसरा वह है जहां फिलिस्तीनी अरबों ने बहुमत का गठन किया।

हमास

हमास, संयुक्त राज्य अमेरिका के अनुसार एक इस्लामी आतंकवादी समूह है जो गाजा पट्टी को संचालित करता है।

क्षेत्र में भू-राजनीति

यह समझौता अब सभी सुन्नी देशों को ईरान विरोधी गठबंधन के साथ लाएगा। क्षेत्र में ईरान के सहयोगियों में लेबनान, सीरिया और इराक शामिल हैं। लेबनान में हिज़बुल्लाह ईरान द्वारा समर्थित हैं और इसी प्रकार यमन में हौथिस हैं।