इंडिया स्टेट फारेस्ट रिपोर्ट, 2019

December 30, 2019

30 दिसम्बर, 2019 को केंद्रीय पर्यावरण व जलवायु मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने “इंडिया स्टेट ऑफ़ फारेस्ट रिपोर्ट, 2019” जारी की। इस रिपोर्ट को प्रत्येक दो वर्ष बाद जारी किया जाता है। इस रिपोर्ट में फारेस्ट कवर, वन में वनस्पति घनत्व, पौधरोपण की दर इत्यादि की विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवाई जाती है।

रिपोर्ट के मुख्य बिंदु

  1. इस रिपोर्ट के मुताबिक देश का कुल वनाच्छादित क्षेत्र (फारेस्ट कवर) 7,12,249 वर्ग किलोमीटर है जो कि देश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 21.67% है। देश का ट्री कवर लगभग 95,027 वर्ग किलोमीटर है जो कि देश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 2.89% है।
  2. इंडिया स्टेट ऑफ़ फारेस्ट रिपोर्ट, 2017 के मुकाबले इस वर्ष देश के फारेस्ट कवर में 3,976 वर्ग किलोमीटर (0.56%) की वृद्धि हुई है।
  3. जिन राज्यों के फारेस्ट कवर में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है : कर्नाटक (1,025 वर्ग किलोमीटर), आंध्र प्रदेश (990 वर्ग किलोमीटर), केरल (823 वर्ग किलोमीटर), जम्मू-कश्मीर (371 वर्ग किलोमीटर) तथा हिमाचल प्रदेश (334 वर्ग किलोमीटर) ।
  4. देश के पहाड़ी जिलों में फारेस्ट कवर 2,84,006 वर्ग किलोमीटर है, जो कि इन जिलों के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 40.30% है।
  5. जनजातीय जिलों में फारेस्ट कवर 4,22,351 वर्ग किलोमीटर है, जो कि इन जिलों के क्षेत्रफल का 37.54% है।
  6. उत्तर-पूर्व क्षेत्र का कुल फारेस्ट कवर 1,70,541 वर्ग किलोमीटर है, जो कि इस क्षेत्र के कुल क्षेत्रफल का 65.05% है।
  7. पिछले आकलन के मुकाबले इस वर्ष देश के मैन्ग्रोव कवर में 54 वर्ग किलोमीटर (1.10%) की वृद्धि हुई है।
  8. देश का कुल बांस युक्त क्षेत्र 1,60,037 वर्ग किलोमीटर है, इसमें 3,229 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है।
  9. वर्तमान में वनों में कुल कार्बन स्टॉक लगभग 7,124.6 मिलियन टन है, इसमें 2017 के आकलन के मुकाबले 42.6 टन की वृद्धि हुई है।
  10. देश में कुल 62,466 आर्द्र क्षेत्र हैं जो कि देश के 3.83% हिस्से पर फैले हुए हैं।
  11. इंधन के लिए वनों पर सर्वाधिक निर्भरता महाराष्ट्र में है, जबकि चारे के लिए वर्णों पर सर्वाधिक निर्भरता मध्य प्रदेश में है।
  12. नवीनतम विश्लेष्ण के अनुसार देश का 21.40% फारेस्ट कवर आगजनी के खतरे से प्रभावित है।