AMRUT योजना रैंकिंग: ओडिशा शीर्ष पर बरकरार

September 27, 2020

आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने हाल ही में AMRUT योजना के तहत राज्यों की रैंकिंग जारी की है। ओडिशा ने 85.67% स्कोर करके पहला स्थान हासिल किया है।

मुख्य बिंदु

AMRUT का पूर्ण स्वरुप ‘Atal Mission for Rejuvenation and Urban Transformation Scheme’ है। इस योजना का उद्देश्य राज्य के शहरी क्षेत्रों में घरों में पाइप से जलापूर्ति प्रदान करना है। इसका उद्देश्य शहरों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों का निर्माण और हरित स्थानों में सुधार करना है।

अब तक, इस योजना के तहत, 191 परियोजनाओं में से 148 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। बाकी को मार्च 2021 के मिशन अवधि के भीतर पूरा किया जायेगा।

इस वर्ष, ओडिशा ने योजना के कार्यान्वयन में शीर्ष स्थान हासिल किया है, इसके बाद चंडीगढ़, तेलंगाना, गुजरात और कर्नाटक का स्थान है।

ओडिशा

ओडिशा के नौ शहरों अर्थात् भुवनेश्वर, संबलपुर, कटक, राउरकेला, भद्रक, बालासोर, बारीपदा, बेरहामपुर और पुरी को इस योजना के तहत शामिल किया गया था। राज्य में अब तक लगभग 2,400 किलो मीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है।

AMRUT योजना मिशन 2015 में पीएम मोदी द्वारा शुरू किया गया था। यह दिसंबर 2019 में 2 साल के लिए बढ़ाया गया था। यह मिशन मुख्य रूप से निम्नलिखित पर केंद्रित है:

  • जलापूर्ति
  • बाढ़ को कम करने के लिए जल निकासी
  • सीवरेज और सेप्टेज प्रबंधन
  • शहरों में ग्रीन स्पेस
  • गैर-मोटर चालित शहरी परिवहन

इस योजना के तहत, राज्यों ने अपनी राज्य वार्षिक कार्य योजना तैयार की है। योजना को लागू करने के लिए राज्य शहरी स्थानीय निकायों को धन हस्तांतरित करेंगे। फंड ट्रांसफर केंद्र सरकार द्वारा ट्रांसफर के सात दिनों के भीतर किया जायेगा।

योजना के तहत कवर किए गए शहर

इस योजना के तहत लगभग 500 शहरों का चयन किया गया था। जनगणना 2011 के अनुसार 1 लाख से अधिक जनसंख्या वाले सभी शहरों और कस्बों को योजना में शामिल किया गया है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की राजधानी कवर नहीं की गयी हैं। HRIDAY योजना के तहत आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा हेरिटेज शहरों के रूप में वर्गीकृत किए गए शहरों को भी योजना में शामिल किया गया है।

HRIDAY योजना

HRIDAY नेशनल हेरिटेज सिटी डेवलपमेंट एंड ऑग्मेंटेशन योजना है और इसे आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के तहत लॉन्च किया गया था। इसे भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और पुनर्जीवित करने के लिए लॉन्च किया गया था।