भारत-बांग्लादेश वर्चुअल समिट

September 30, 2020

30 सितंबर, 2020 को भारत और बांग्लादेश संयुक्त सलाहकार आयोग की बैठक के 6वें दौर का आयोजन करेंगे। यह शिखर सम्मेलन दोनों देशों के प्रधामंत्रियों के बीच होगा।

मुख्य बिंदु

इस शिखर सम्मेलन के बारे में घोषणा विदेश मंत्री एस. जयशंकर द्वारा की गई थी। इसके साथ ही उन्होंने निम्नलिखित घोषणाएं भी कीं :

  • 16 दिसंबर, 2020 को भारत बंगबंधु की जन्म शताब्दी पर एक स्मारक डाक टिकट जारी करेगा।इससे पहले बांग्लादेश ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती  पर एक स्मारक डाक टिकट जारी किया था।
  • महात्मा के 150 साल पूरे होने और मुजीब बरशो को मनाने के लिए एक बंगबंधु-बापू डिजिटल संग्रहालय स्थापित किया जाएगा।

मुजीब बरशो क्या है?

भारत और बांग्लादेश दोनों ही बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की याद में 2020 को “मुजीब बरशो” के रूप में मना रहे हैं। मुजीब बरशो का अर्थ है मुजीब वर्ष। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि 2020 में उनके जन्म को 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र भी इस समारोह में शामिल हो गया है। यह निर्णय यूनेस्को की 40वीं महासभा के दौरान लिया गया था।

मुजीबुर रहमान

वह एक बांग्लादेशी राजनेता थे और उन्हें बांग्लादेश की स्वतंत्रता के पीछे की प्रेरणा शक्ति माना जाता है। उन्हें बांग्लादेश के लोगों द्वारा “बंगबंधु” के नाम से जाना जाता है। वर्तमान प्रधानमंत्री शेख हसीना उनकी बेटी हैं।

पूर्वी पाकिस्तान के लिए राजनीतिक स्वायत्तता हासिल करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। 1975 में, सेना के अधिकारियों के एक समूह ने उनके निवास पर हमला किया और मुजीब और उनके परिवार को मार डाला। केवल उनकी दो बेटियां शेख हसीना और शेख रेहाना इस हमले में बच गईं।