क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) की पहली ट्रेन NCRTC के अधिकार में May 10, 2022
भारत के पहले क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) की पहली ट्रेन को हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) को सौंपा गया। ये ट्रेनें 100% स्वदेशी हैं। यह सरकार के मेक इन इंडिया कार्यक्रम और आत्मनिर्भर भारत की महत्वाकांक्षा के बिलकुल अनुरूप है।
महत्वपूर्ण बिंदु
- ट्रेनसेट को एल्सटॉम के हैदराबाद इंजीनियरिंग केंद्र में डिजाइन किया गया था और सावली (गुजरात) में एल्सटॉम के कारखाने में निर्मित किया गया है।
- मानेजा (गुजरात) में प्रणोदन प्रणाली और इलेक्ट्रिकल्स का निर्माण किया जाता है।
सेफ्टी और पैसेंजर कम्फर्ट फीचर्स
- एर्गोनॉमिक रूप से निर्मित 2×2 ट्रांसवर्स सीटिंग
- ओवरहेड लगेज रैक
- CCTV कैमरे
- फायर एंड स्मोक डिटेक्टर, फायर एक्सटिंगुइशर
- डोर स्टेटस इंडिकेटर्स, ग्रैब हैंडल
- वाई-फाई, लैपटॉप/मोबाइल/यूएसबी चार्जिंग स्टेशन
- गतिशील मार्ग प्रदर्शन मानचित्र
- ऑटो कंट्रोल्ड एम्बिएंट लाइटिंग सिस्टम
- मनोरम दृश्य के लिए बड़ी खिड़कियां
इन ट्रेनों की स्पीड
RRTS कॉरिडोर 180 किमी प्रति घंटे की डिजाइन गति के साथ भारत में सबसे तेज ट्रेनों का संचालन करेगा।