मुख्य तथ्य: आयुष्मान सहकार योजना

October 31, 2020

19 अक्टूबर, 2020 को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आयुष्मान सहकार योजना लांच की। यह योजना देश में सहकारी समितियों की सहायता के लिए शुरू की गई है। यह योजना सहकारी समितियों को देश में स्वास्थ्य देखभाल अवसंरचना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सहायता करेगी।

मुख्य बिंदु

इस योजना को राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) द्वारा तैयार किया गया है। एनसीडीसी योजना के तहत सहकारी समितियों को 10,000 करोड़ रुपये का ऋण प्रदान करेगा। इसमें स्वास्थ्य क्षेत्र में परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वित्तीय सहायता और कार्यशील पूंजी शामिल है। यह योजना सहकारी समितियों को 1% ब्याज उपदान प्रदान करती है जहाँ महिलाएँ बहुमत में हैं।

प्रमुख विशेषताऐं

यह योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति, 2017 के साथ संरेखित है। इस योजना का उपयोग सहकारी अस्पतालों की सहायता के लिए किया जाएगा। यह स्वास्थ्य बीमा, चिकित्सा, नर्सिंग शिक्षा और पैरामेडिकल शिक्षा को भी कवर करेगी। साथ ही, इस योजना में आयुष जैसी स्वास्थ्य प्रणालियाँ भी शामिल हैं।

यह योजना स्वास्थ्य सेवाओं, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में परिवर्तन लाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। यह भारत सरकार की किसान कल्याण गतिविधियों को मजबूत करेगी।

राष्ट्रीय विकास सहकारी विकास निगम

यह एनसीडीसी अधिनियम, 1963 के तहत स्थापित किया गया था। यह कृषि और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत संचालित है। यह कृषि उत्पादों के भंडारण, प्रसंस्करण, विपणन, आयात और निर्यात से संबंधित कार्यक्रमों का नियोजन, प्रचार और वित्त प्रदान करता है। यह ग्रामीण औद्योगिक सहकारी क्षेत्रों में परियोजनाओं का वित्तपोषण करता है।

आयुष

आयुष सहकार योजना में आयुष सुविधाओं को भी शामिल किया गया है। कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में आयुष उपाय को भारत सरकार अत्यधिक महत्व दे रही है। पारंपरिक आयुष उपायों के माध्यम से, भारत सरकार देश की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का प्रयास कर रही है। टीके परीक्षणों के साथ-साथ आयुष आधारित दवाओं के लिए भी धन आवंटित किया गया था।

1 अक्टूबर, 2020 तक 58 आयुर्वेद आधारित COVID-19 परीक्षण पंजीकृत किए गए थे। इनमें से 70% भारत सरकार द्वारा प्रायोजित थे।