eSanjeevani मेडिसिन प्लेटफार्म

September 27, 2020

वेब आधारित व्यापक टेलीमेडिसिन समाधान ई-संजीवनी ने अब तक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार 1.58 लाख ऑनलाइन परामर्श प्रदान किए हैं।

मुख्य बिंदु

23 से अधिक राज्यों में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का संचालन किया गया। यह देश में 75% से अधिक जनसंख्या को कवर करता है। प्लेटफ़ॉर्म के अंतर्गत दो प्रकार की टेलीकंसल्टेशन सेवाएं हैं। वे इस प्रकार हैं :

  • eSanjeevani (डॉक्टर-से-डॉक्टर)
  • रोगी-से-डॉक्टर (eSanjeevani OPD)

ई-संजीवनी के बारे में

आयुष्मान भारत स्वास्थ्य पहल के तहत ई-संजीवनी कार्यान्वित की जा रही है। इस योजना का लक्ष्य आयुष्मान भारत के तहत स्थापित सभी 1.5 लाख स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र को जोड़ना है। अब तक 12,000 स्वास्थ्य पेशेवरों को इनमें से 3,000 केंद्रों के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। मंच पर लगभग 250 विशेषज्ञ दैनिक आधार पर उपलब्ध हैं। हालाँकि, यह सेवा केवल एंड्राइड एप्प उपयोगकर्ताओं के लिए है।

प्रमुख विशेषताऐं

इस मंच की मुख्य विशेषता यह है कि यह एमआईएस-आधारित अनुप्रयोगों का उपयोग करता है। यह उपयोगकर्ताओं को विभिन्न विशिष्टताओं जैसे टेली-कार्डियोलॉजी, टेली-ऑप्थल्मोलॉजी आदि का चयन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें व्यापक इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, टेली-परामर्श भी शामिल है। यह इस तरह के रूप में अंतरराष्ट्रीय मानकों का अनुपालन करता है, जैसे :

  • TWAIN (Technology without an Interesting Name)
  • DICOM (Digital Imaging and Communication in Medicine)

आयुष्मान भारत योजना

यह योजना 2018 में पीएम मोदी द्वारा शुरू की गई थी। इस योजना का उद्देश्य प्रति वर्ष प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक का मुफ्त बीमा कवर प्रदान करना है। यह योजना केवल गरीबों के लिए है। सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना के आंकड़ों के आधार पर, लगभग 74 करोड़ लाभार्थी परिवारों की पहचान की गई है।

पृष्ठभूमि

भारत को निम्नलिखित कारणों से स्वास्थ्य क्षेत्र पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है :

  • राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (NSSO) के अनुसार, लगभग 86% ग्रामीण परिवारों और 82% शहरी परिवारों के पास स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच नहीं है।
  • लगभग 19% शहरी परिवारों और 24% ग्रामीण परिवारों को उधार के माध्यम से अपनी स्वास्थ्य देखभाल की जरूरतों को पूरा करना है।
  • देश में लगभग 17% आबादी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने के लिए अपने घरेलू बजट का न्यूनतम 1/10 वाँ हिस्सा खर्च करती है।

COVID-19

भारत सरकार ने घोषणा की थी कि आयुष्मान भारत के लाभार्थी सरकार द्वारा अधिकृत प्रयोगशालाओं में से किसी में भी निशुल्क COVID -19 परीक्षण का लाभ उठा सकते हैं।