कोंकण रेलवे का 100% विद्युतीकरण April 12, 2022
कोंकण रेलवे कॉरपोरेशन ने अपने पूरे 741 किलोमीटर के मार्ग का विद्युतीकरण (electrification) संपन्न कर लिया है जिसका विस्तार रोहा, महाराष्ट्र से ठोकुर, कर्नाटक तक है।
मुख्य बिंदु
- 741 किलोमीटर लंबे इस विद्युतीकरण से 150 करोड़ रुपये की ईंधन को बचाया जा सकेगा।
- प्रदूषण मुक्त, निर्बाध संचालन सुनिश्चित करने के साथ-साथ ही डीजल पर निर्भरता को भी कम किया जा सकेगा।
- दिसंबर 2023 तक, भारतीय रेलवे ने अपने ब्रॉड-गेज नेटवर्क के 100% विद्युतीकरण की योजना बनाई है।
- मुंबई मैंगलोर से कोंकण रेलवे के द्वारा जुड़ा हुआ है।
- कोंकण रेलवे लाइन देश के पश्चिमी तट के साथ गोवा, महाराष्ट्र और कर्नाटक से होकर गुजरती है।
- 2015 में विद्युतीकरण परियोजना की आधारशिला रखी गई थी, जिसकी लागत 1,287 करोड़ रुपये है।
दक्षिण मध्य रेलवे (South Central Railway – SCR) द्वारा किया गया रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण
SCR ने आंध्र प्रदेश के अनेक खंडों में रेलवे लाइनों के विद्युतीकरण के 163 किलोमीटर के कार्य को भी पूरा कर लिया है। यह सरकार के ‘भारतीय रेलवे के मिशन विद्युतीकरण’ (Mission Electrification of Indian Railways) को बढ़ावा देता है। पकाला कलिकिरी (55.80 किमी), कादिरी तुम्मानम गुट्टा (53.30 किमी), और डोन कुरनूल सिटी (54.20 किमी) SCR के विद्युतीकृत खंड हैं।
भारतीय रेलवे ‘मिशन 100% इलेक्ट्रिफिकेशन – मूविंग टुवर्ड्स नेट जीरो कार्बन एमिशन’ की योजनाओं को हासिल करने की दिशा में कार्यरत है। रेलवे नेटवर्क के विद्युतीकरण को पूरा करने की कोशिश कर रहा है जो प्रदूषण को कम करने में सहायता करेगा और पर्यावरण के अनुकूल होगा।