सतर्कता जागरूकता सप्ताह : 2020 October 31, 2020
सतर्कता जागरूकता सप्ताह 27 अक्टूबर, 2020 और 2 नवंबर, 2020 के बीच आयोजित किया जायेगा। नागरिक भागीदारी के माध्यम से सार्वजनिक जीवन में अखंडता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के लिए सप्ताह मनाया जाता है। इस वर्ष निम्नलिखित थीम के तहत सतर्कता जागरूकता सप्ताह आयोजित किया जायेगा :
थीम : सतर्क भारत, समृद्ध भारत
राष्ट्रीय सतर्कता और भ्रष्टाचार विरोधी सम्मेलन
27 अक्टूबर, 2020 को, पीएम मोदी सतर्कता और भ्रष्टाचार-निरोध पर राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने वाले हैं। इस सम्मेलन का आयोजन निम्नलिखित थीम के तहत किया जायेगा :
थीम: सतर्कता जागरूकता सप्ताह
मुख्य बिंदु
इस सम्मेलन का आयोजन केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा किया जा रहा है। यह 27 अक्टूबर, 2020 और 2 नवंबर, 2020 के बीच आयोजित किया जायेगा। इस सम्मेलन में क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण, विदेशी क्षेत्राधिकार में जांच में चुनौतियां, निवारक सतर्कता, बैंक धोखाधड़ी से बचाव, प्रभावी ऑडिटिंग, साइबर अपराध पर चर्चा होगी।
केंद्रीय सतर्कता आयोग
- यह भारत सरकार का सर्वोच्च निकाय है जो सरकारी भ्रष्टाचार को संबोधित करता है।सीवीसी अधिनियम के तहत 2003 में इसे वैधानिक दर्जा मिला। यह भारत सरकार द्वारा भ्रष्टाचार निरोधक समिति की सिफारिशों के आधार पर स्थापित किया गया था। इसकी अध्यक्षता श्री संथानम ने की थी और इस समिति को संथानम समिति भी कहा जाता था।
- निटूर श्रीनिवास राव भारत के पहले मुख्य सतर्कता आयुक्त थे।
- 1997 में सुप्रीम कोर्ट ने विनीत नारायण और अन्य बनाम भारत संघ मामले में सीवीसी की बेहतर भूमिका के बारे में निर्देश दिए।
भारत में भ्रष्टाचार विरोधी कानूनों की सूची
- भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 1988
- बेनामी लेनदेन (निषेध) अधिनियम, 1988
- धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002
- व्हिसल ब्लोअर संरक्षण अधिनियम, 2011
- सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005