हाइपरलूप प्रौद्योगिकी के लिए उत्कृष्टता केंद्र का निर्माण

May 25, 2022

रेल मंत्रालय के अनुसार, एक स्वदेशी हाइपरलूप प्रणाली विकसित करने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (IIT मद्रास) के साथ सहयोग किया जायेगा। रेल मंत्रालय IIT मद्रास में हाइपरलूप टेक्नोलॉजीज के लिए उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने में भी मदद करेगा। इस केंद्र का निर्माण IIT मद्रास द्वारा अपने मौजूदा रेलवे अनुसंधान केंद्र (CRR) के माध्यम से किया जाएगा। यह परियोजना ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

IIT मद्रास और रेल मंत्रालय की भूमिका

  • इस परियोजना के लिए, IIT मद्रास को भारतीय रेलवे से 8.34 करोड़ रुपये का वित्त पोषण प्राप्त होगा। वित्तीय सहायता के साथ-साथ, भारतीय रेलवे सुरक्षा मानकों के निर्माण में भी मदद करेगा। साथ ही, रेलवे की विद्युत परीक्षण सुविधाओं तक पहुंच प्रदान की जाएगी।
  • IIT मद्रास हाइपरलूप सिस्टम के लिए पॉड, ट्यूब और ट्रैक के लिए डिजाइन प्रलेखन देने के लिए जिम्मेदार होगा। पॉड प्रोटोटाइप और वैक्यूम ट्यूब के लिए परीक्षण और प्रदर्शन डेटा वितरण भी IIT मद्रास द्वारा किया जाएगा।

हाइपरलूप

हाइपरलूप एक नई प्रकार की परिवहन तकनीक है जो लोगों और सामानों के परिवहन के लिए कम दबाव वाली ट्यूबों या सुरंगों में चुंबकीय उत्तोलन का उपयोग करती है। 2020 में, यूएस-बेस्ड कंपनी “वर्जिन हाइपरलूप” ने पहली बार यात्रियों के साथ हाइपरलूप प्रणाली का परीक्षण किया।