जानें : KAPILA अभियान

October 18, 2020

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने हाल ही में KAPILA अभियान शुरू किया। KAPILA  का पूर्ण स्वरुप Kalam Programme for Intellectual Property Literacy and Awareness campaign  है। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की 89वीं जयंती मनाने के लिए यह अभियान शुरू किया गया था। उनकी जयंती को पूरे विश्व में विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।

अभियान के बारे में

इस अभियान के तहत, भारत सरकार पेटेंट और आविष्कार के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाएगी। इससे भारत को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने में मदद मिलेगी।

शिक्षा मंत्रालय पेटेंटिंग में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए 15 अक्टूबर से 23 अक्टूबर के बीच बौद्धिक संपदा साक्षरता सप्ताह भी मनाएगा। साथ ही, मंत्रालय पेटेंट के लिए आवेदन करने की प्रणाली और प्रक्रिया के बारे में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेगा।

यह अभियान अपने संबंधित संस्थानों के माध्यम से देश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों को जानकारी प्रदान करेगा।

इस आयोजन के दौरान इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल की रिपोर्ट प्रकाशित हुई। साथ ही इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल की वेबसाइट भी लॉन्च की गई।

राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार नीति 2016

इस नीति को 2016 में देश में बौद्धिक संपदा अधिकारों के भविष्य के विकास के लिए अपनाया गया था। इसका उद्देश्य सभी बौद्धिक संपदा अधिकारों को एक मंच पर लाना है। इस नीति के द्वारा देश में बौद्धिक संपदा अधिकारों के कार्यान्वयन, निगरानी और समीक्षा के लिए एक संस्थागत तंत्र स्थापित किया जायेगा। औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग (DIPP) भारत में बौद्धिक संपदा अधिकारों के विकास की देखरेख करने वाला नोडल विभाग है। Cell for IPR Promotion and Management (CIPAM) को DIPP के तहत राष्ट्रीय IPR नीति के उद्देश्यों को लागू करने के लिए स्थापित किया गया था।

आईपीआर नीति की उपलब्धियां

2016 में राष्ट्रीय आईपीआर नीति को अपनाने के बाद, ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भारत की रैंकिंग में सुधार हुआ है। 2015 में, भारत वैश्विक नवाचार सूचकांक में 81वें स्थान पर था। यह 2019 में बढ़कर 52 हो गया है। ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स विश्व बौद्धिक संपदा संगठन द्वारा जारी किया जाता है।