उदयपुर में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पर राष्ट्रीय  सम्मेलन का आयोजन किया गया

February 18, 2020

17 फरवरी, 2020 को राजस्थान के उदयपुर में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पर चौथे राष्ट्रीय  सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का आयोजन कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा किया गया।

इस सम्मेलन में 140 से अधिक सदस्यों ने हिस्सा लिया। इसमें नाबार्ड, आरबीआई, बीमा कंपनियों इत्यादि ने हिस्सा लिया। इस योजना में तीन प्रमुख प्रतिभागी हैं : राज्य सरकार, बैंकिंग सेक्टर और बीमा सेक्टर। सम्मेलन में मौजूद विशेषज्ञों के अनुसार इस योजना की सफलता के लिए इन तीनों प्रतिभागियों की सक्रिय भागीदारी महत्वपूर्ण है।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 फरवरी, 2016 को लांच किया था। इस योजना के तहत खरीफ फसल के लिए किसानों को केवल 2% प्रीमियम ही देना पड़ता है, जबकि रबी फसलों के लिए यह प्रीमियम 1.5% है। बागवानी तथा अन्य व्यवसायिक फसलों के लिए वार्षिक प्रीमियम 5% है। इस योजना के लिए 2016-17 में 5,550 करोड़ रुपये की राशी आबंटित की गयी थी।

इस योजना से खेती के लिए ऋण लेने वाले किसानों पर बीमा के प्रीमियम का भार ज्यादा नहीं पड़ेगा। यह योजना विषम मौसम के कारण होने वाले नुकसान से भी किसानों को बचाएगी। इस योजना के अंतर्गत मुआवजा भुगतान की प्रक्रिया काफी तीव्र है। इस योजना देश के सभी राज्यों में राज्य सरकारों द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है। केंद्र में इस इस योजना का प्रबंधन कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।