भारत बिजली का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है : अंतर्राष्ट्रीय उर्जा एजेंसी

March 25, 2020

19 मार्च, 2020 को केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने संसद में अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी की रैंकिंग का हवाला दिया। इस रैंकिंग के अनुसार भारत विश्व में बिजली का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। इसके साथ ही प्रति व्यक्ति खपत के मामले में भारत 106 वें स्थान पर है।

मुख्य बिंदु

भारत अब बिजली की कमी से बिजली अधिशेष (power surplus) देश बन गया है। इसलिए वर्तमान में उपभोक्ताओं को गुणवत्ता बिजली की आपूर्ति पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। दिसंबर 2019 तक, नेशनल इलेक्ट्रिक ग्रिड की कुल क्षमता 368.79 गीगावाट थी।

समस्या

हालांकि भारत के पास अधिशेष बिजली है, लेकिन देश में पर्याप्त बुनियादी ढांचे का अभाव है। अभी भी लगभग 136 मिलियन भारतीय खाना पकाने और हीटिंग की जरूरतों के लिए पारंपरिक ईंधन जैसे कृषि अपशिष्ट, जलाऊ लकड़ी, सूखे पशु गोबर ईंधन का उपयोग करते हैं। इससे उनका स्वास्थ्य बुरी तरह प्रभावित होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भारत में 3,00,000 से 4,00,000 लोग इनडोर वायु प्रदूषण के कारण मरते हैं।

कोयला आधारित बिजली

वर्तमान में भारत के बिजली उत्पादन में कोयले की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा है। मई 2019 तक, भारत में 72% बिजली कोयला आधारित बिजली संयंत्रों से उत्पन्न हुई थी।

भारत धीरे-धीरे ऊर्जा के अन्य स्रोतों, विशेषकर सौर ऊर्जा की ओर बढ़ रहा है। भारत ने 175 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। इसमें से 100 गीगावॉट उर्जा सौर ऊर्जा होगी।