भारत, हिन्द महासागर आयोग में पांचवें पर्यवेक्षक के रूप में शामिल हुआ

March 9, 2020

6 मार्च, 2020 को भारत पांचवें पर्यवेक्षक के रूप में हिंद महासागर आयोग में शामिल हुआ। इस समूह में अन्य चार पर्यवेक्षक हैं: माल्टा, चीन, यूरोपीय संघ और OIF (इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ ला फ्रैंकोफ़ोनी)।

मुख्य बिंदु

भारत के लिए आयोग में पर्यवेक्षक के रूप में शामिल होना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह भारत को पश्चिमी हिंद महासागर में अपनी योजनाओं के विस्तार में मदद करेगा। पश्चिमी हिंद महासागर रणनीतिक रूप से अफ्रीका के दक्षिण पूर्वी तट को जोड़ता है। हालांकि, यह कदम हिंद महासागर में चीनी उपस्थिति से जुड़ा नहीं है। यह विशुद्ध रूप से हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के पश्चिमी क्षेत्रों में भारत के हितों का समर्थन करने के लिए है।

यह कदम भारत की ‘सागर’ (SAGAR : Security and Growth for all in the Region) नीति के लिए महत्वपूर्ण है। पिछले दो वर्षों में, भारत ने हिंद महासागर आयोग के सदस्य देशों के साथ महत्वपूर्ण रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।

हिंद महासागर आयोग

हिंद महासागर आयोग की स्थापना 1982 में मॉरीशस के पोर्ट लुई में की गयी थी। इसमें 5 अफ्रीकी हिंद महासागर राष्ट्र शामिल हैं : मेडागास्कर, मॉरीशस, कोमोरोस, रीयूनियन (फ्रांस) और सेशेल्स।