अन्टार्कटिका में पहली बार 20 डिग्री सेल्सियस का तापमान दर्ज किया गया February 15, 2020
विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने हाल ही में घोषणा की कि अन्टार्कटिका में पहली बार 20.75 डिग्री सेल्सियस का तापमान दर्ज किया गया है। यह इतिहास में अन्टार्कटिका में दर्ज किया गया सबसे अधिक तापमान है। इससे पहले जनवरी 1982 में अन्टार्कटिका में सर्वाधिक 18.3 डिग्री का तापमान दर्ज किया गया था।
मुख्य बिंदु
इस उच्च तापमान का कारण एल नीनो और समुद्री जलधाराओं का प्रभाव है। वैज्ञानिकों के अनुसार अन्टार्कटिका में विश्व के ताजे जल का 70% हिस्सा मौजूद है। यदि यह बर्फ पिघल जाती है तो वैश्विक समुद्री स्तर में 50 से 60 मीटर की वृद्धि होगी।
अन्टार्कटिका की बर्फ की चादरें
अन्टार्कटिका की बर्फ की चादरें (ice sheets) 14 मिलियन वर्ग किलोमीटर में फैली हुई हैं। अन्टार्कटिका के पूर्व में बर्फ की चादरों के नीचे भूमि है। जबकि अन्टार्कटिका पश्चिम में बर्फ के विशालकाय बर्फ के खंड समुद्र में 2500 मीटर से भी अधिक गहराई तक फैले हुए हैं।
आर्कटिक और अन्टार्कटिका की बर्फ की चादरें सूर्य से आने वाले विकिरण (radiation) के 80% से 90% का परावर्तन (reflect) कर देती हैं। जबकि अधिकतर भू-क्षेत्र सूर्य के विकिरण को अवशोषित कर लेते हैं, जिसके कारण वहां पर तापमान अधिक रहता है।